कैग रिपोर्ट में राजस्थान परिवहन विभाग की कई त्रुटियों को उजागर किया गया
जयपुर, रविवार, 28 जुलाई 2024। चार पहिया वाहन का वजन तीन किलोग्राम से भी कम, खरीद की तारीख से पहले ही वाहन का पंजीकरण और 50 लोगों के बैठने की क्षमता वाली कार…ये कुछ ऐसी त्रुटियां हैं जो भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) ने राजस्थान परिवहन विभाग के रिकॉर्ड में पकड़ी हैं। कैग की ओर से हाल ही में राजस्थान विधानसभा में अपनी रिपोर्ट पेश की गई जिसके अनुसार राज्य के परिवहन विभाग के वाहन और सारथी एप्लिकेशन में 15,570 वाहनों का वजन शून्य से तीन किलोग्राम तक दिखाया गया है।
कैग ने पाया कि 119 मामलों में पंजीकरण की तारीखें वाहन खरीद की तारीखों से पहले दर्ज की गईं और ‘वाहन एप्लिकेशन’ में 14 वाहनों को वजन एक लाख किलोग्राम से अधिक दर्ज किया गया। इसमें पाया गया कि परिवहन विभाग ने ‘डुप्लिकेट चेसिस’ या इंजन नंबर वाले 712 वाहनों को पंजीकृत किया। ‘सारथी एप्लिकेशन’ में यह बात सामने आई कि नियमों का उल्लंघन करते हुए 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को 166 ‘लर्नर लाइसेंस’ जारी किए गए। राजस्थान विधानसभा में पेश की गई कैग रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में अप्रैल 2016 से मार्च 2021 तक ‘वाहन’ और ‘सारथी एप्लिकेशन’ के उपयोग के 10.14 लाख मामलों का अंकेक्षण (ऑडिट) किया है, जिसमें दो और तीन पहिया वाहनों को छोड़कर सभी वाहन शामिल हैं।
कैग रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘वाहन एप्लिकेशन के भीतर डेटा की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए ऑडिट में पहचाने गए मामलों को सुधारना और किसी भी अन्य समान अनियमितताओं को दूर करना महत्वपूर्ण है। इससे डेटा की सुचिता और सटीकता बनाए रखने में मदद मिलेगी।’’ रिपोर्ट के अनुसार 1219 मामलों में वाहन के प्रकार के आधार पर दर्ज बैठने की क्षमता में त्रुटियां पाई गईं, जिनमें से 120 मालवाहक वाहनों में 10 से 100 यात्रियों के बैठने की क्षमता बताई गई।
सात कारों में 10 से 50 यात्रियों के बैठने की क्षमता दिखाई गई। इसके अलावा, 1018 यात्री वाहनों में गलत तरीके से केवल एक से तीन यात्रियों की बैठने की क्षमता के साथ दिखाई गईं जबकि ये वाहन 10 से अधिक यात्रियों को ले जाने के लिए डिजाइन की गई बसें। रिपोर्ट में बताया गया, ‘‘सरकार ने दिसंबर 2023 में जवाब दिया कि त्रुटियों को ठीक करने के निर्देश जारी किए गए हैं। ऑडिट के दौरान इन मामलों की जांच में पाया कि इन अनियमितताओं को अभी भी ठीक नहीं किया गया है।’’ कैग ने सिफारिश की कि विभाग को स्थिति को सुधारने के लिए उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता है, जिसमें किसी भी प्रणालीगत कमजोरियों की पहचान करना और उन्हें सुधारना शामिल है।
कैग ने कहा कि ‘वाहन’ और ‘सारथी’ एप्लिकेशन को मोटर वाहन अधिनियम, 1988 और मोटर वाहन नियमों की आवश्यकताओं को लागू करने के लिए डिजाइन किया गया था। हालांकि, राज्य की समीक्षा में कई ऐसे उदाहरण सामने आए जहां नियमों को सही तरीके से लागू नहीं किया गया। कैग ने कहा, ‘‘इन त्रुटियां के कारण राज्य को राजस्व का नुकसान हुआ।’’ परिवहन मिशन मोड परियोजना, अपने प्रमुख एप्लिकेशन ‘वाहन’ (वाहन पंजीकरण के लिए) और ‘सारथी’ (ड्राइविंग लाइसेंस के लिए) के माध्यम से पूरे देश में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों के स्वचालन के लिए है। इसमें लगभग 18 करोड़ वाहन और आठ करोड़ लाइसेंसधारकों के रिकॉर्ड उपलब्ध हैं।
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