9 करोड़ से ज्यादा में खरीदा ये कबूतर
अक्सर देखा जाता है कि शौक के लिए इंसान कुछ भी कर सकता है। शौक के लिए वह कीमत नहीं देखता है, फिर चाहे वो कोई भी चीज हो। हाल ही में इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला जहां पर एक कबूतर को खरीदने के लिए 1.4 मिलियन डॉलर यानी 9.7 करोड़ खर्च कर दिए। जी हां, आप शायद यकीन ना करें लेकिन ये सच है। दरअसल, इस कबूतर का नाम है अरमांडो और बेल्जियम में इस नस्ल के कबूतर लंबी रेस के लिए जाने जाते हैं। अरमांडो इकलौता लॉन्ग-डिसटेंस रेसिंग पीजन है, जिसे कबूतरों का लुईस है मिल्टन भी कहा जाता है। जिस कबूतर को 9.7 करोड़ में खरीदा गया उसकी उम्र 5 साल है औैर उसे उसका मालिक रिटायर करने वाला था। रिटायरमेंट से पहले उसे 1.4 मिलियन में खरीद लिया गया। हालांकि, कबूतरों की इस नीलामी में अरमांडो ही नहीं बल्कि कुल 178 कबूतर बेचे गए। इसमें अरमांडो के 7 बच्चे भी शामिल थे।
बता दें, लुईस हैमिल्टन फॉर्मूला वन कार रेसिंग के वल्र्ड चैंपियन हैं, जिन्होंने 5 बार रेस जीती। अरमांडो कबूतर 2017 और 2018 में बेल्जियम और 2018 में यूरोप में सर्वश्रेष्ठ रहा था। कबूतर के मालिक जोएल वर्शूट (63) का कहना है कि वह जन्म से चैंपियन है लेकिन उसके इतने पैसे मिलेंगे, इसकी सपने में भी उम्मीद नहीं की थी। कबूतर के कारोबार से जुड़े लोग बताते हैं कि चीन में बीते सालों में बर्ड रेसिंग का काफी क्रेज बढ़ा है। लोग मुंहमांगे दामों पर कबूतर खरीदने को तैयार रहते हैं। पिछले साल चीन में दो पेशेवर कबूतरबाजों गोंग और झांग को 750 किमी दौड़ में धोखा देने के लिए तीन साल की जेल हुई थी। इन लोगों ने फिनिश लाइन तक पक्षियों को पहुंचाने के लिए बुलेट ट्रेन में का इस्तेमाल किया था। दोनों ने 1.47 मिलियन डॉलर (करीब 10 करोड़ रुपए) का अवॉर्ड जीता था।
Similar Post
-
बिहार : मंदिर बनाने में अपनी कमाई का पूरा पैसा लगाया, अब मांग रहे चंदा
आपने अब तक कई शिवभक्तों की भक्ति देखी होगी और उनके बारे में सुना भी ह ...
-
छात्रों ने बनाया मिट्टी के कुल्हड़ से कूलर, ठंडक भी देता है
राजेश पायलट राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में तृतीय वर्ष के विद् ...
-
इस मंदिर में आज भी दिखती है पांडवों की बनाई स्वर्ग की सीढ़ी
- सिर्फ 3 महीने ही दर्शन होते हैं इस मंदिर में
दसूहा क ...