डीडीएमए ने तीन ‘कोविड देखभाल केंद्र’ बंद करने की दी अनुमति

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नई दिल्ली, बुधवार, 05 अक्टूबर 2022। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में शहर में बचे तीन ‘कोविड देखभाल केंद्र’ भी बंद करने और उसकी जमीन खाली करने की अनुमति दे दी गई। डीडीएमए ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 संबंधी स्थिति पर चर्चा करने के लिए 22 सितंबर को एक बैठक की थी। दिल्ली के उप राज्यपाल वी. के. सक्सेना ने कहा कि दिल्ली टीकाकरण अभियान में अब भी बेहतर कर सकता है। सक्सेना ने इस बैठक की अध्यक्षता की थी।

बैठक के दौरान साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, शहर में 20 सितंबर तक केवल 31.49 लाख लोगों ने एहतियाती खुराक ली थी, जबकि इसे लेने के लिए कुल 1.33 करोड़ लोग पात्र हैं। सक्सेना ने कहा कि आने वाले दिनों में कई त्योहार आने के मद्देनजर लगातार सतर्कता बढ़ाए रखने की जरूरत है। यह ऐसा समय है जब लोग कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों की अनदेखी कर सकते हैं। बैठक के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सक्सेना ने कहा, ‘‘ कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करना और लोगों को इसको लेकर जागरूक करना जरूरी है।’’ बैठक में डीडीएमए ने छतरपुर में राधा स्वामी सत्संग और बुराड़ी में सावन कृपाल और संत निरंकारी की भूमि पर बनाए गए ‘कोविड देखभाल केंद्रों’ को बंद करने और उनकी जमीन खाली करने की अनुमति दी। चिकित्सकीय उपकरणों को उन अस्पतालों को देने का निर्देश दिया गया, जहां इनकी जरूरत है।

राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण शहर में 11 ‘कोविड देखभल केंद्र’ बनाए गए थे। इनमें से एक केंद्र सरकार और बाकी 10 दिल्ली सरकार द्वारा संचालित किए जाते थे। संक्रमण के मामले कम होते देख इन तीन के अलावा बाकी केंद्र पहले ही बंद कर दिए थे। बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संबंधित संगठनों को जमीन सौंपने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है, लेकिन जोर देकर कहा कि उपकरणों के संबंध में एक उचित सूची तैयार की जानी चाहिए। सक्सेना ने कहा कि उपकरणों के सुरक्षित भंडारण की उचित योजना भी तैयार की जाए।

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