CBI को कुछ नहीं मिला तो ED पीछे लगा दी- सिसोदिया

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नई दिल्ली, मंगलवार, 06 सितंबर 2022। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दिल्ली सरकार की अब रद्द की गई शराब नीति के संबंध में शुरू की गई मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में देश भर में 35 स्थानों पर तलाशी ले रहा है। सूत्रों ने कहा कि दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव, मुंबई, चेन्नई, चंडीगढ़ और जालंधर में विभिन्न स्थानों पर तलाशी चल रही है। उन्होंने कहा कि तलाशी वर्तमान में दिल्ली सरकार द्वारा समाप्त की गई आबकारी नीति के तहत लगे विभिन्न विक्रेताओं, वितरकों और बिचौलियों पर दबिश बना रही है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ईडी की कार्रवाई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किए जा रहे अच्छे काम को रोकने के प्रयास का हिस्सा बताया हैं। 

पत्रकारों से बात करते हुए सिसोदिया ने कहा कि पहले सीबीआई ने छापेमारी की उन्हें कुछ नहीं मिला। अब ईडी छापेमारी कर रहा है, उन्हें भी कुछ नहीं मिला है। सिसोदिया ने कहा कि वे केवल स्कूलों के और ब्लूप्रिंट ढूंढेंगे। आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ईडी ने मनीष सिसोदिया को भी क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा, "ईडी कई जगहों पर छापेमारी कर रहा है लेकिन वह मनीष सिसोदिया के आवास पर छापेमारी करने नहीं आया। भारद्वाज ने कहा कि ऐसा इसलिए था क्योंकि उन्हें पता था कि छापेमारी में कुछ नहीं मिलेगा, इसलिए उन्होंने कोई छापेमारी नहीं की। सीबीआई के बाद ईडी ने छापेमारी की। अब सिसोदिया को भी क्लीन चिट दे दी है ।

सीबीआई की प्राथमिकी में जिन लोगों को आरोपी बताया गया है और उनके ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। वर्तमान में आप के किसी नेता की तलाशी नहीं ली जा रही है। सूत्रों ने बताया कि तलाशी की गई जगहों में इंडोस्पिरिट ग्रुप के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रू का जोर बाग आवास है, जो इस मामले में आरोपी है। ईडी ने मामला तीन दिन पहले दर्ज किया था। ये पिछले महीने दायर सीबीआई की पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) पर आधारित है। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया, आबकारी विभाग के तीन अधिकारियों और विभिन्न विक्रेताओं और वितरकों के खिलाफ उन 15 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिन पर उसने अपनी प्राथमिकी दर्ज की थी।

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