नवाचार ही अर्थव्यवस्था और समाज के विकास के इंजन- CM शर्मा

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  • राजस्थान डिजिफेस्ट के टीजर एवं हैकाथॉन का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण
  • मुख्यमंत्री ने 333 चयनित स्टार्टअप्स को 10.79 करोड़ रुपये की फंडिंग की वितरित

जयपुर, शुक्रवार, 12 दिसंबर 2025। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि नवाचार की शुरूआत जिज्ञासा से ही होती है और तेज गति से बदलती दुनिया में नवाचार ही हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे समाज के विकास का सच्चा इंजन है। उन्होंने कहा कि युवाओं के आगे बढ़ने से ही देश-प्रदेश आगे बढ़ेगा। यह सुखद है कि आज राजस्थान के युवा तकनीक में नाम कमा रहे हैं। उन्होंने आह्वान किया कि युवा नवाचार के क्षेत्र में आगे आएं, सरकार उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। हम सब मिलकर राजस्थान को तकनीक और नवाचारों के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बनाएंगे।

शर्मा शुक्रवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में राज्य सरकार के 2 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला मेे ‘नवाचार दिवस-स्टार्टअप कॉन्क्लेव‘ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह हमारी रचनात्मकता, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार की क्षमता का उत्सव मनाने का दिन है। यह कार्यक्रम हमारे विचारों, रचनात्मकता और डिजिटल तकनीक में तेजी से आगे बढ़ते राजस्थान की गौरवशाली यात्रा का उत्सव है।

आईस्टार्ट राजस्थान से 7 हजार 200 से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आईटी क्षेत्र में की गई पहलों, डिजिटल गवर्नेंस से संबंधित सुधारों और हर जिले में नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता से आज राजस्थान तकनीकी प्रगति का नया अध्याय लिख रहा है। उन्होंने कहा कि आईस्टार्ट राजस्थान के माध्यम से अब तक 7 हजार 200 से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें एक हजार करोड़ से अधिक का निवेश आया है। इनमें 42 हजार 500 से अधिक रोजगार सृजित हुए हैं। ये स्टार्टअप न केवल उभरते उद्योगों को प्रोत्साहित करेंगे, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगे।

2 हजार 600 से अधिक स्टार्टअप्स का नेतृत्व कर रही महिलाएं 
श्री शर्मा ने कहा कि स्टार्टअप शुरू करने में महिलाएं बढ़ चढ़कर आगे आ रही हैं। आईस्टार्ट पर पंजीकृत होने वाले स्टार्टअप में से 2 हजार 600 से अधिक स्टार्टअप का नेतृत्व महिलाएं तथा 288 स्टार्टअप का नेतृत्व हमारे युवा विद्यार्थी कर रहे हैं। आईस्टार्ट पर पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर 1 लाख 16 हजार से ऊपर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि सफल स्टार्टअप नवाचार को प्रोत्साहित करने के साथ ही राजस्थान के युवाओं को बड़ी संभावनाओं वाले क्षेत्रों में ग्लोबल लीडर बनने में मददगार साबित होंगे।

डिजिफेस्ट बनेगा तकनीक, उद्यमिता और वैश्विक गठजोड़ का मंच
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 2025-26 के बजट में राजस्थान डिजिफेस्ट के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है तथा टाई ग्लोबल समिट के सहयोग से जनवरी 2026 में जयपुर में इस डिजिफेस्ट का आयोजन किया जाएगा। यह मंच नवाचारों से जुड़ी हमारी युवा शक्ति को तकनीक, उद्यमिता और वैश्विक गठजोड़ के असीमित अवसर उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि इस इनोवेशन डे से आगामी राजस्थान डिजिफेस्ट 2026 के लिए एक सशक्त मंच तैयार हुआ है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राजस्थान डिजिफेस्ट भारत के सबसे बड़े नवाचार सम्मेलनों में से एक होगा। इसमें 10 हजार से अधिक प्रतिभागी, 500 से अधिक निवेशक, 300 प्रदर्शक, 200 वक्ता, 100 सत्र और 100 स्टार्टअप पिच शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन स्टार्टअप और छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल क्षेत्र में हो रहे नए बदलावों से परिचित करवाने के साथ ही ग्लोबल मेंटर्स से मार्गदर्शन प्राप्त करने और दुनिया भर के बड़े उद्योगपतियों और निवेशकों से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा।
श्री शर्मा ने कहा कि हमने स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने, इनक्यूबेशन सेंटर्स स्थापित करने और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां और कार्यक्रम शुरू किए हैं। नई तकनीक में अवसर सृजित करने के लिए अटल इनोवेशन स्टूडियो एंड एक्सेलरेटर स्थापित कर रहे हैं। एवीजीसी-एक्सआर पॉलिसी के तहत हमनें एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और एक्सटेंडेड रियलिटी जैसे क्षेत्रों में युवाओं के लिए अवसरों के नए द्वार खोले हैं। स्टार्टअप फाउंडर्स और युवाओं के कौशल संवर्धन के लिए लर्न, अर्न एंड प्रोग्रेस (लीप) प्रोग्राम शुरू कर रहे हैं। 
राइजिंग राजस्थान समिट से प्रदेश निवेश गंतव्य के रूप में उभरा

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को नई तकनीक में प्रशिक्षित करने के लिए राज्य में तीन सेंटर फॉर एडवांस्ड स्किलिंग स्थापित किए जा रहे हैं। हम युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगारपरक बनाने के लिए स्टेट स्किल पॉलिसी के तहत 2 साल में डेढ़ लाख युवाओं को प्रशिक्षण देने पर काम कर रहे हैं। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट जैसी हमारी पहलों से निवेशकों का भरोसा काफी मजबूत हुआ है। गत वर्ष आयोजित इस समिट में 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू हुए और उनमें से 8 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट धरातल पर आने लगे हैं। इस समिट से एक तेजी से उभरते निवेश गंतव्य के रूप में राजस्थान की स्थिति और मजबूत हुई है। 

92 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियां, ढाई लाख से अधिक निजी क्षेत्र में रोजगार

शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार नीतियों के आधार पर कार्य कर रही है। हमने पांच साल में चार लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य रखा है और इसी दिशा में हमने अब तक 92 हजार युवाओं को नियुक्तियां प्रदान की हैं तथा इसी माह में ही लगभग 20 हजार युवाओं को नियुक्तियां प्रदान की जाएंगी। साथ ही, निजी क्षेत्र में भी हमारी सरकार ने ढाई लाख से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। युवाओं के विकास के लिए नवीन युवा पॉलिसी भी लाने जा रही है।

राजस्थान नवाचारों की खान

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान नवाचारों की खान है। वर्ष 2030 तक हम प्रदेश को 350 बिलियन डॉलर की इकॉनोमी बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं और इसके लिए अनेक अभूतपूर्व कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अक्षय ऊर्जा के साथ ही ऊर्जा भंडारण, वेस्ट टू एनर्जी, पर्यटन, खनन ऑटोमोबाइल और टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। हमने दो दर्जन से अधिक नई नीतियां बनाई हैं जिससे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करना आसान हुआ है।

इस दौरान सूचना, प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद देश की सोच भी बदली है। इनोवेशन ही विकसित भारत का सबसे बड़ा इंजन है और इस इंजन का टर्बोचार्जर राजस्थान में होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राज संपर्क 2.0 और ई-मित्र हर गांव को सरकार से जोड़ रहे है। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी के निकटता के कारण भविष्य में राजस्थान सबसे अधिक संभावनाओं वाला राज्य है। राज्य सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बनाई हैं। हमारी सरकार पहली बार डेटा सेंटर की पॉलिसी लेकर आई है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने 333 चयनित स्टार्टअप्स को 10.79 करोड़ रुपये की फंडिंग का चैक सौंपा। कार्यक्रम में राजस्थान डिजिफेस्ट के टीजर एवं डिजिफेस्ट हैकाथॉन का रिमोट का बटन दबाकर लोकार्पण भी किया गया। इस दौरान थ्रिलोफिलिया की कॉ-फाउंडर एवं सीईओ श्रीमती चित्रा गुरनानी डागा तथा रीग्रिप के फाउंडर एवं सीईओ श्री तुषार सुहालका ने अपने अनुभव साझा करते हुए राज्य सरकार की निवेश अनुकूल नीतियों एवं स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए आभार जताया।

समारोह में संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल, मुख्य सचिव श्री वी. श्रीनिवास, सूचना, प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के शासन सचिव डॉ. रवि कुमार सुरपुर, सूचना, प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के आयुक्त श्री हिमांशु गुप्ता, डाटा इंजीनिअस ग्लोबल के संस्थापक श्री अजय डाटा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में युवा उद्यमी उपस्थित रहे।

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