उत्तरमुखी घर को क्यों माना जाता है सबसे शुभ? जानिए वास्तु शास्त्र के पीछे की वजहें

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वास्तु शास्त्र में घर की दिशा का विशेष महत्व बताया गया है। विशेष रूप से उत्तर दिशा को अत्यंत शुभ माना गया है क्योंकि यह दिशा धन के देवता कुबेर से जुड़ी होती है। ऐसे में उत्तरमुखी घरों को समृद्धि, सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा के स्रोत के रूप में देखा जाता है। आइए जानते हैं क्यों उत्तरमुखी घरों को इतना विशेष माना जाता है और किन उपायों से इनका प्रभाव और बढ़ाया जा सकता है। 

उत्तरमुखी घर क्यों होते हैं शुभ? उत्तरमुखी घरों को वास्तु शास्त्र में अत्यंत लाभकारी बताया गया है। जब किसी मकान का मुख्य द्वार इस प्रकार होता है कि बाहर निकलते समय चेहरा उत्तर दिशा में होता है, तो वह मकान उत्तरमुखी कहलाता है। यह दिशा भगवान कुबेर की मानी जाती है, जो धन और वैभव के प्रतीक हैं। इसलिए उत्तरमुखी मकान को आर्थिक रूप से उन्नति दिलाने वाला माना गया है।

व्यवसाय और वित्त से जुड़े लोगों के लिए उत्तम
उत्तरमुखी मकानों को खासतौर पर बैंकिंग, वित्तीय सेवा और प्रॉपर्टी से जुड़े लोगों के लिए फायदेमंद माना गया है। यह दिशा नई संभावनाओं और लाभ के अवसरों को आमंत्रित करती है। यदि व्यापार में स्थिरता और मुनाफा चाहते हैं, तो उत्तरमुखी घर एक बेहतर विकल्प हो सकता है।

उत्तर दिशा की साफ-सफाई और सजावट के उपाय
यदि आप उत्तरमुखी घर के लाभ को और अधिक बढ़ाना चाहते हैं, तो इस दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखें। यहां हरे पौधे लगाना और पीतल की गदा स्थापित करना शुभ माना गया है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नए अवसरों का आगमन होता है।

सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखता है यह घर
उत्तरमुखी घरों में स्वाभाविक रूप से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। यह ऊर्जा घर के वातावरण को शांतिपूर्ण और संतुलित बनाए रखती है। इस दिशा में बने घरों में रहने वालों को मानसिक सुकून और शारीरिक स्वास्थ्य में लाभ मिलता है।

भरपूर धूप और रोशनी से ऊर्जा में वृद्धि
उत्तर दिशा से आने वाली सूर्य की रोशनी घर के अंदर तक पहुंचती है, जिससे वातावरण जीवंत और ऊर्जावान बना रहता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सूर्य की रोशनी का प्रवेश बहुत शुभ होता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर सकारात्मकता को बढ़ावा देती है, जिससे करियर और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।

आर्थिक सफलता और समृद्धि का संकेत
उत्तर दिशा को समृद्धि की दिशा कहा जाता है। उत्तरमुखी मकान में लगातार सकारात्मक ऊर्जा बहती रहती है, जो धन-संपत्ति, सामाजिक प्रतिष्ठा और पारिवारिक सुख-शांति के द्वार खोलती है। यह घर न केवल आर्थिक दृष्टि से, बल्कि जीवन के हर पहलू में शुभ परिणाम देने में सक्षम होता है।

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