हंगामे के कारण लोक सभा की कार्यवाही दिन भर के लिये स्थगित
नई दिल्ली, मंगलवार, 10 दिसम्बर 2024। लोक सभा में मंगलवार को कांग्रेस की विशेषाधिकार हनन की नोटिस पर कोई निर्णय न होने और सत्ता पक्ष पर सदन की कार्यवाही न चलने देने का आरोप लगाते हुये विपक्ष के नारेबाजी और हंगामा करने के कारण सदन की कार्यवाही दिन भर के लिये स्थगित कर दी गयी। दोपहर 12 बजे सदन के पुन: समवेत होने पर पीठासीन अधिकारी दिलीप सैकिया ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाये। इसके बाद कांग्रेस के सदस्य अपने-अपने स्थानों पर खड़े हो गये और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य निशिकांत दुबे के खिलाफ दी गयी उनकी विशेषाधिकार हनन की नोटिस पर कोई निर्णय न होने तथा सदन की कार्यवाही न चलने देने का सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुये नारेबाजी करने लगे। इसी बीच, कांग्रेस के कुछ सदस्य सदन के बीचोबीच आ गये।
इसी के साथ संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस सदन की गरिमा को चोट पहुंचा रही है। कांग्रेस सदस्य संसद के नियमों को ताक पर रखते हैं। कांग्रेस पार्टी अमेरिकी व्यवसायी जार्ज सोरोस के साथ तालमेल रखती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बताये कि जार्ज सोरोस के साथ उसका क्या रिश्ता है। रिजिजू के यह कहने पर कांग्रेस के सदस्य जोर-जोर से शोरगुल करने लगे। इसी के साथ कुछ भाजपा सदस्य भी अपने -अपने स्थानों खड़े होकर शोरगुल करने लगे।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के सदस्य धर्मेन्द्र यादव ने कहा सत्ता पक्ष के लोग विपक्ष को बदनाम कर रहे हैं। सरकार सदन चलने नहीं दे रही है। सरकार की मंशा सदन नहीं चलने देने की है। दोनों ओर से हंगामा बढ़ते देखकर श्री सैकिया ने सदन की कार्यवाही बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दी। विपक्ष के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दी गयी। इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे सदन समवेत होते ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद एक पवित्र स्थल है। इस भवन की उच्च गरिमा और मर्यादा है। संसद में देश की आकांक्षाओं अपेक्षाओं को पूरा किया जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से संसद परिसर में जिस प्रकार के प्रदर्शन और नारेबाजी की जा रही है, वह न केवल अशोभनीय है, बल्कि मर्यादा के ख़िलाफ़ है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं का व्यवहार भी संसदीय मर्यादाओं के अनुरूप नहीं है।
अध्यक्ष ने आग्रह किया कि सत्ता पक्ष हो या प्रतिपक्ष, सभी दल के लोग संसद की गरिमा मर्यादा परंपरा को बनाये रखें, इससे जनता में सही संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रश्न काल महत्वपूर्ण है, इसे चलने दें। उन्होंने प्रश्न काल चलाने के लिये भाजपा के दिलीप सैकिया का नाम लिया लेकिन विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे। उसके बाद अध्यक्ष ने कहा कि आप सदन नहीं चलाना चाहते है और सदन की कार्यवाही बारह बजे तक स्थगित कर दी गयी।
Similar Post
-
न्यायमूर्ति जी नरेंदर ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली
देहरादून, गुरुवार, 26 दिसम्बर 2024। न्यायमूर्ति गुहानाथान नरे ...
-
दिल्ली उच्च न्यायालय ने डाबर की याचिका पर पतंजलि से जवाब मांगा
नई दिल्ली, गुरुवार, 26 दिसम्बर 2024। दिल्ली उच्च न्यायालय ने वि ...
-
लोकसभा चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही : निर्वाचन आयोग
नई दिल्ली, गुरुवार, 26 दिसम्बर 2024। निर्वाचन आयोग द्वारा बृहस् ...