ओडिशा: आईएमडी ने सात जिलों में भारी बारिश का रेड अर्लट जारी किया
भुवनेश्वर, गुरुवार, 02 अक्टूबर 2025। ओडिशा में एक गहरा दबाव तट की ओर बढ़ने के कारण बृहस्पतिवार को भारी बारिश जारी रही जिसके बाद भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने सात जिलों के लिए अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट(कार्रवाई की जरूरत), 16 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट(तैयार रहें) और शेष सात जिलों के लिए येलो अलर्ट(सावधान रहें) जारी किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बुधवार से राज्य के लगभग सभी हिस्सों, खासकर तटीय और दक्षिणी क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है। यहां मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि आईएमडी ने पुरी, गंजाम, गजपति, रायगढ़ा, कोरापुट, कलाहांडी और कन्धमाल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है जहां शुक्रवार सुबह 8 बज कर 30 मिनट पर तक अलग-अलग जगहों पर 20 सेंटीमीटर से अधिक की अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
निदेशक ने कहा कि 16 जिलों को ऑरेंज अलर्ट के तहत वर्गीकृत किया गया है जहां शुक्रवार सुबह तक 7 से 20 सेंटीमीटर तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है जिनमें मलकानगिरी, नबरंगपुर, बलांगिर, सोनपुर, बौध, अंगुल, ढेंकनाल, नयागढ़, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर और केंद्रपाड़ा जिले हैँ। मोहंती ने बताया कि इसी तरह, राज्य के पश्चिमी क्षेत्र के सात अन्य जिलों में 7 से 11 सेंटीमीटर बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि आईएमडी की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए चिन्हित संवेदनशील जिलों में कर्मचारियों और मशीनरी को तैनात किया है।
आईएमडी ने एक बयान में कहा, ‘पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव का क्षेत्र, 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ गया है और सुबह 8 बज कर 30 मिनट पर केंद्रित हो गया। यह दबाव का क्षेत्र गोपालपुर (ओडिशा) से लगभग 160 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व, कलिंगपट्टनम (आंध्र प्रदेश) से 170 किलोमीटर पूर्व, पुरी (ओडिशा) से 200 किलोमीटर दक्षिण, विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) से 250 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व और पारादीप (ओडिशा) से 280 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में स्थित है।’
आईएमडी ने कहा, ‘इसके उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ते रहने और दो अक्टूबर की रात तक गोपालपुर और पारादीप के बीच ओडिशा और उससे सटे आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की संभावना है।’ मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दबाव एक ऐसी स्थिति है जो एक सुस्पष्ट निम्न दबाव के बाद आती है और चक्रवाती तूफान से पहले आती है, जिसके परिणामस्वरूप आमतौर पर भारी वर्षा और तेज हवाएं चलती हैं। मछुआरों को तीन अक्टूबर तक ओडिशा तट के आसपास समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
मोहंती ने कहा, ‘गहरे दबाव के प्रभाव में, दो अक्टूबर को मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में 55-65 से लेकर 75 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तारर से तेज हवाएं चलने की संभावना है।’ उन्होंने आगे कहा कि हवा की तीव्रता धीरे-धीरे कम होगी। आईएमडी ने राज्य के सभी बंदरगाहों पर ‘स्थानीय चेतावनी संकेत संख्या-III’ (एलसी-3) फहराने का भी सुझाव दिया है। इस बीच, राजस्व विभाग के सूत्रों ने बताया कि भारी बारिश के कारण गजपति जिले से भूस्खलन की खबरें मिली हैं।
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