तेज बारिश से बांडी नदी की दीवार गिरी
- स्मार्ट सिटी का विकास बहा बारिश में
अजमेर, (नगर प्रभा टीम), मंगलवार, 29 जुलाई 2025। स्मार्ट सिटी योजना के तहत करीब 5.29 करोड़ रुपए की लागत से तैयार की गई पुष्कर रोड स्थित बांडी नदी रिवर फ्रंट डवलपमेंट की दीवार 200 मीटर दीवार ढह गई, जिससे स्मार्ट सिटी का विकास बारिश में बह गया। अजमेर में किए जा रहे विकास कार्यों की पोल खुलती नजर आई। सोमवार सुबह हुई तेज बारिश से पुष्कर रोड स्थित बांडी नदी रिवर फ्रंट डवलपमेंट की दीवार का 200 मीटर का बड़ा हिस्सा ढह गया। हादसे के बाद अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया और बल्लियों व मिट्टी के कट्टों से अस्थायी सुरक्षा इंतजाम किए। बांडी नदी किनारे बनाए गए वॉकिंग ट्रेल और लाल पत्थर से सजी दीवारें स्मार्ट सिटी सौंदर्यकरण योजना का हिस्सा थी।
स्थानीय नागरिकों का कहना रहा कि दीवार पिछले साल भी क्षतिग्रस्त हुई थी। इस बारे में नगर निगम और एडीए अधिकारियों को सूचना दी गई, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस लापरवाही का नतीजा सोमवार को सामने आया। तेज बारिश में दीवार का एक हिस्सा नदी में गिर गया। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि सौंदर्यकरण के नाम पर महज लीपापोती की गई थी। जिस मार्ग पर दीवार ढही वह कॉलोनी का मुख्य रास्ता है, जिससे लोगों की आवाजाही पर असर पड़ा है।
480 मीटर का बनाया था रिवर फ्रंट:- गौरतलब है कि पुष्कर रोड से आरके पुरम तक कुल 480 मीटर का रिवर फ्रंट बनाया गया था। ज्ञान विहार कॉलोनी के पास भी 125 मीटर निर्माण हुआ। इंटरलॉकिंग पेवर ब्लॉक, स्टील रेलिंग और फेंसिंग के साथ वॉकिंग ट्रेल विकसित किया गया था। दावा था कि यह परियोजना पर्यटन को बढ़ावा देगी, मगर हकीकत यह है कि स्मार्ट सिटी का सपना बारिश में ही ध्वस्त होता नजर आया।
बांडी नदी की दीवार गिरने पर कांग्रेसियों ने जताई नाराजगी
अजमेर नगर निगम के वार्ड संख्या 3 के राधा विहार कॉलोनी हरिभाऊ उपाध्याय मुख्य के पास स्थित बांडी नदी का अजमेर विकास प्राधिकरण लाखों रुपये खर्च कर सौंदर्यीकरण कराया गया था, परंतु ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता पूर्ण कार्य नहीं करने के कारण कुछ समय बाद ही बांडी नदी के सौंदर्यीकरण के लिए बनाई गयी दीवार सोमवार को ढह गई। कांग्रेस कमेटी अजमेर उत्तर ब्लॉक बी के ब्लॉक अध्यक्ष पूर्व पार्षद शैलेंद्र अग्रवाल सहित कांग्रेसी प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन व एडीए प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि कई बार ध्यान आकर्षित करने के बावजूद प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया तथा क्षतिग्रस्त दीवार के सहारे बल्लियों से बेरीकेटिंग करा कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। शैलेंद्र अग्रवाल ने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही का परिणाम ही रहा कि सोमवार को प्रात: हुई बरसात में क्षतिग्रस्त दीवार ढह गयी और मलवा बांडी नदी में समा गया। शैलेंद्र अग्रवाल ने जिला प्रशासन से मांग की है कि शीघ्रताशीघ्र बांडी नदी की क्षति ग्रस्त दीवार को ठीक कराया जाए ताकि किसी तरह की जनहानि नहीं हो। अग्रवाल ने चेतावनी दी है कि यदि 3 दिन में आवश्यक कार्यवाही नहीं की गई तो आंदोलन कार्यवाही करनी पड़ेगी जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
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