अपने कोच जेलेज्नी की तरह गोल्डन स्पाइक टूर्नामेंट जीतना चाहते हैं नीरज चोपड़ा

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ओस्ट्रावा (चेक गणराज्य), सोमवार, 23 जून 2025। फिटनेस समस्याओं के कारण पिछले दो सत्र से बाहर रहने को बाध्य भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा मंगलवार को गोल्डन स्पाइक एथलेटिक्स प्रतियोगिता में पदार्पण करते हुए खिताब जीतने की कोशिश करेंगे जिसे उनके कोच जान जेलेज्नी ने अपने लंबे करियर में नौ बार जीता। मौजूदा सत्र अब तक 27 वर्षीय चोपड़ा के लिए प्रभावशाली रहा है। उन्होंने पेरिस में दो साल में अपना पहला डाइमंड लीग खिताब जीता और मई में दोहा डाइमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहने के दौरान 90 मीटर की दूरी को भी पहली बार पार किया।

चोपड़ा को 2023 और 2024 में विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर की ‘ए’ वर्ग की प्रतियोगिता गोल्डन स्पाइक में हिस्सा लेना था लेकिन उन्हें दोनों मौकों पर टूर्नामेंट से हटना पड़ा। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता चोपड़ा इस खिताब को जीतने के लिए और भी अधिक उत्सुक होंगे क्योंकि गोल्डन स्पाइक विश्व रिकॉर्ड धारक जेलेज्नी के लिए उनके खेल के दिनों में उनके पसंदीदा प्रतियोगिताओं में से एक थी। चेक गणराज्य के पूर्व महान खिलाड़ी 59 वर्षीय जेलेज्नी ने 1986 और 2006 के बीच गोल्डन स्पाइक के नौ खिताब जीते और कुछ मौकों पर भाले को उन्होंने 90 मीटर से अधिक की दूरी तक फेंका। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता पहली बार 1961 में आयोजित की गई थी।

चोपड़ा पहले भी ओस्ट्रावा में खेल चुके हैं लेकिन गोल्डन स्पाइक टूर्नामेंट में नहीं। वह एशिया प्रशांत टीम का हिस्सा थे जिसने 2018 में आईएएएफ कॉन्टिनेंटल कप में भाग लिया था और 80.24 मीटर के थ्रो के साथ छठे स्थान पर रहे थे।

चोपड़ा ने प्रतियोगिता से पहले कहा, ‘‘जब मैं बच्चा था तो मैंने उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों के यहां प्रतिस्पर्धा करते हुए बहुत सारे वीडियो और तस्वीरें देखी थीं। मैं पिछले साल यहां आया था लेकिन चोट के कारण मैं प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाया था। अब मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं लेकिन मैं 90 मीटर के लिए खुद पर कोई दबाव नहीं डालना चाहता। लेकिन मैं कड़ा प्रयास करूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में हमने निम्बर्क (राजधानी प्राग के पास) में अच्छी ट्रेनिंग की है इसलिए मैं यहां ओस्ट्रावा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा।’’ जर्मनी के प्रतिद्वंद्वी जूलियन वेबर की अनुपस्थिति में ओस्ट्रावा में प्रतिस्पर्धा काफी कड़ी नहीं होगी और ऐसे में चोपड़ा खिताब के प्रबल दावेदार होंगे।

वेबर ने 16 मई को दोहा डाइमंड लीग में और 23 मई को पोलैंड में जानुस कुसोसिन्स्की मेमोरियल प्रतियोगिता में चोपड़ा को हराया था लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने 20 जून को पेरिस में 88.16 मीटर के अपने पहले थ्रो के साथ उन्हें पछाड़ दिया। पेरिस से पूर्व चोपड़ा ने अपना पिछला डाइमंड लीग खिताब जून 2023 में लुसाने में 87.66 मीटर के थ्रो के साथ जीता था। एंडरसन पीटर्स भी ओस्ट्रावा में मैदान में होंगे लेकिन ग्रेनेडा के दो बार के विश्व चैंपियन बड़े थ्रो फेंकने के लिए जूझ रहे हैं।

जर्मनी के एक अन्य खिलाड़ी 2016 रियो ओलंपिक स्वर्ण विजेता थॉमस रोहलर भी प्रतिस्पर्धा करेंगे लेकिन मौजूदा सत्र में अब तक उन्होंने रफ्तार नहीं पकड़ी है। मौजूदा सत्र में 30 वर्षीय रोहलर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 80.79 मीटर है। रोहलर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 93.90 मीटर है जो उन्होंने 2017 में हासिल किया था लेकिन वह लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। गौरतलब है कि रोहलर ने 2018 में ओस्ट्रावा में आईएएएफ कॉन्टिनेंटल कप में 87.07 मीटर के प्रयास से भाला फेंक का खिताब जीता था जबकि चोपड़ा छठे स्थान पर रहे थे। फिनलैंड के टोनी केरेनन से भी चोपड़ा को टक्कर मिल सकती है जिनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 85.27 मीटर है। चोपड़ा पांच जुलाई को बेंगलुरु में अपनी मेजबानी में होने वाले एनसी क्लासिक में पीटर्स और रोहलर के खिलाफ फिर से प्रतिस्पर्धा करेंगे।

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