राज्य सरकार ‘विकास भी-विरासत भी’ की अवधारणा के साथ कर रही काम - मुख्यमंत्री शर्मा

जयपुर, गुरुवार, 06 फ़रवरी 2025। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि मंदिर सनातन संस्कृति की आत्मा हैं। धार्मिक आस्था के प्रतीक होने के साथ-साथ मंदिर हमारी सामाजिक एवं सांस्कृतिक चेतना के भी प्रमुख केन्द्र हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विकास के लिए निरंतर काम कर रही है। शर्मा बुधवार को जालोर के नरसाणा में श्री दुदेश्वर महादेव मंदिर मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मंदिरों ने भारतीय परंपराओं, संस्कृति और मूल्यों को संरक्षित करने का काम किया है। उन्होंने नरसाणा में भव्य दुदेश्वर महादेव मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी और कहा कि यहां भोले भंडारी महादेव की कृपा बरसेगी और यह मंदिर एक महत्वपूर्ण आस्था स्थल के रूप में उभरकर सामने आएगा।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सनातन संस्कृति को मिली नई ऊर्जा—
मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सक्षम नेतृत्व से देश में सनातन संस्कृति को एक नई ऊर्जा मिली है। प्रधानमंत्री ‘विकास भी-विरासत भी’ की अवधारणा को आत्मसात करते हुए चल रहे हैं। उनके नेतृत्व में 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में भव्य मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा, भव्य काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर, सोमनाथ मंदिर के विकास कार्य तथा केदार घाटी का पुनर्निर्माण हुआ है।
सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विकास के लिए राज्य सरकार कर रही निरंतर काम—
श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हमारी सरकार प्रदेशभर में मंदिरों एवं आस्था स्थलों के विकास कार्य करवा रही है। हमारी सरकार वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत श्रद्धालुओं को अयोध्या, पशुपतिनाथ, काठमांडू एवं अन्य तीर्थस्थलों की यात्रा करवा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खाटूश्याम मंदिर के लिए 100 करोड़ रुपये के कार्य, पूंछरी का लौठा मेें विकास कार्य, 600 मंदिरों में विभिन्न अवसरों पर विशेष साज-सज्जा और आरती कार्यक्रम, पुष्कर अजमेर में ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर सहित आस्थाधामों के लिए सौंदर्यीकरण और आधारभूत सुविधाओं के कार्य करवाए जा रहे हैं।
राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास का रोडमैप किया तैयार—
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए रोडमैप तैयार किया है। ईआरसीपी, यमुना जल समझौता, देवास परियोजना जैसे निर्णयों से जहां पानी की आवश्यकता को पूरा किया जा रहा है। वहीं, प्रदेश को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से लगातार एमओयू किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को पांच वर्ष में चार लाख सरकारी नौकरी देकर युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। पेपरलीक प्रकरणों पर सख्त कार्यवाही करते हुए भर्ती परीक्षाएं अब पारदर्शिता के साथ आयोजित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला, युवा, मजदूर और किसानों के हित के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है। हमने संकल्प पत्र में किए गए 50 प्रतिशत से अधिक वादे पूरे कर लिए हैं तथा प्रत्येक वादे को पूरा करने के लिए हम कृतसंकल्पित हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने दुदेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली एवं सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर सांसद श्री लुंबाराम चौधरी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, संत एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।


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