वैश्विक संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा, अंतर्दृष्टि और नवाचार ' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

जयपुर, गुरुवार, 30 जनवरी 2025। राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने कहा कि वर्तमान नई पीढ़ी को देश की मूल संस्कृति व गौरवमयी इतिहास को समझना जरूरी है। प्राचीन समय से ही भारत संपन्न संस्कृति का राष्ट्र है। भारतीय ज्ञान परंपरा की समझ का प्रसार युवा पीढ़ी में जरूरी है। राज्यपाल श्री बागडे गुरुवार को भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में 'वैश्विक संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा, अंतर्दृष्टि और नवाचार' विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान प्रदेश वीरों व शौर्य की भूमि है । यहां पृथ्वीराज चौहान,महाराणा प्रताप जैसे शासक हुए जिनकी वीर गाथाओं का भारतीय इतिहास में वर्णन है। राज्यपाल श्री बागडे ने कहा कि प्राचीन समय में नालंदा विश्वविद्यालय जिसमें विश्वभर से विद्यार्थी अध्ययन करने के लिए आते थे। केंद्र सरकार फिर से नालंदा विश्वविद्यालय को उसी रूप में पुनः खड़ा करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि इतिहास बनाना पड़ता है । देश के इतिहास व संस्कृति को बचाने में कई बुद्धिजीवी व महान लोगों ने योगदान दिया व ज्ञान, परंपरा का प्रचार प्रसार भी किया । राज्यपाल ने कहा कि देश के पास प्राचीन समय में ही अद्भुत कला व शक्तियां रही है यही देश की ज्ञान व परंपरा का उदाहरण है। राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति के प्रति शिक्षकों व विद्यार्थियों को रुचि लेने को प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि भारत देश को पुनः विकसित राष्ट्र बनाने की संकल्पना के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दृढ़ संकल्पित है । इस अवसर पर राज्यपाल श्री बागडे ने राष्ट्रीय संगठन की स्मारिका का विमोचन किया ।


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