क्या आपकी कुंडली में भी है दोष तो जरूर करें व्रत, मिलेगा लाभ

सनातन धर्म में विभिन्न प्रकार के व्रतों का उल्लेख प्राप्त होता है, जिनमें से एक है जया पार्वती व्रत। यह व्रत आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है तथा इसे गौरी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। अविवाहित महिलाएं इस व्रत को मनचाहा वर पाने के लिए करती हैं, जबकि विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस व्रत का पालन करती हैं। वही इस वर्ष 2024 में जया पार्वती व्रत 19 जुलाई, शुक्रवार के दिन रखा जाएगा. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि इस जया पार्वती व्रत का महत्व...
जया पर्वती व्रत महत्व
जया पार्वती व्रत रखने से अविवाहित कन्याओं को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है तथा साथ ही उत्तम फल प्राप्त होते हैं. पौराणिक कथा के मुताबिक, देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए यही व्रत रखा था. जया पार्वती व्रत रखने से सौभाग्य एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है.
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती की पूजा करने से पारिवारिक जीवन में खुशहाली आती हैं तथा संतान सुख मिलता है. विवाहित महिलाएं इस व्रत को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रख सकती हैं. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, जया पार्वती व्रत करने से कुंडली में मौजूद दोष होते हैं तथा यह व्रत ग्रहों की शांति के लिए भी लाभदायक माना जाता है.


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