जानिये ॐ का जाप करने की विधि और इससे होने वाले लाभ

ओम (ॐ) शब्द के बिना ना तो कोई मंत्र पूरा होता है और ना ही कोई पूजा पूरी मानी जाती है। इस शब्द में पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ है। 'ॐ' शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है। यह अक्षर है अ, उ और म। इसमें अ का अर्थ है उत्पन्न करना, उ का मतलब है उठाना और म का अर्थ है मौन हो जाना यानी कि ब्रह्मलीन हो जाना। इसलिए आप जब भी ॐ का उच्चारण करें तो इन तीन अक्षरों को ध्यान में रख कर करें।' माना जाता है कि सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड से हमेशा ॐ की ध्वनि निकलती है। ॐ के उच्चारण से ही शरीर के अलग अलग भागों मे कंपन शुरू हो जाती है जैसे की ‘अ’शरीर के निचले हिस्से में (पेट के करीब) कंपन करता है। ‘उ’ शरीर के मध्य भाग में कंपन होती है जो की (छाती के करीब)। ‘म’ से शरीर के ऊपरी भाग में यानी (मस्तिक) कंपन होती है। हिंदू धर्म के अनुसार अगर आप नियमित इस शब्द का उच्चारण करेंगे तो आपको ब्रह्मांड की शक्तियां प्राप्त हो जाएंगी। सिर्फ इतना ही नहीं ॐ शब्द के उच्चारण से कई शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक लाभ मिलते हैं। ॐ का उच्चारण अत्यंत प्रभावशाली और चमत्कारिक लाभ पहुंचाने वाला माना गया है। लेकिन कई लोग मंत्र बोलते वक्त इस शब्द का सही से उच्चारण नहीं करते जिससे इसका सही लाभ नहीं मिल पाता।
आइए डालते हैं एक नजर ॐ के उच्चारण से होने वाले लाभों पर और इसके जाप की विधि पर—
ऐसे करें ॐ का जाप
- ॐ का उच्चारण प्रात: सूर्योदय से पूर्व उठकर करना चाहिए। ॐ केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि ध्वनि है। जब हम इसका जाप करते हैं तो बोलते समय उत्पन्न हुई उस ध्वनि से ही हमें कई तरह के फायदे होते हैं। इसलिए इसका जाप हमेशा ऐसी जगह पर करना चाहिए जहां कोई शोर शराबा न हो। ॐ का उच्चारण करने से पहले जमीन पर आसन लगाएं और पद्मासन में बैठें। इसके बाद आंखें बंद करके सांस खींचें और फिर पेट से ॐ की आवाज़ को निकालते हुए सांस छोड़ते चले जाएं। ॐ का उच्चारण करते समय स्वर को जितना ऊंचे रखेंगे और जितनी गहराई से इसे बोलेंगे, आपको इसके उतने ही बेहतर लाभ मिलेंगे। एक बार में कम से कम 108 बार ॐ का उच्चारण करना चाहिए। इसके बाद आप धीरे-धीरे उच्चारण की अवधि बढ़ा सकते हैं।
ॐ जाप के फायदे
- माना जाता है कि नियमित रूप से ॐ का जाप करने से एकाग्रता और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
- नियमित तौर पर ॐ का उच्चारण व जाप करने से तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याओं से भी मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।
- जब ॐ का उच्चारण करते हैं तो पूरे शरीर में कंपन सा होता है, जिससे आपके पूरे शरीर को लाभ पहुंचता है।
- ॐ का उच्चारण करने से पेट व रक्तचाप से संबंधित समस्याओं में भी लाभ मिलता है।
- ध्यान लगाकर ॐ का जाप किया जाए, तो इससे आपको सकारात्मकता, शांति और ऊर्जा की प्राप्ति होती है।
- ॐ का उच्चारण करने मात्र से ही शारीरिक और मानसिक रूप से शांति प्राप्त होती है।
- ॐ का उच्चारण और जाप करने से आसपास के वातावरण में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।


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