मुनाफावसूली से शेयर बाजार टूटा, सेंसेक्स में 377 अंक की गिरावट

img

शेयर बाजारों में रिकॉर्ड तेजी के सिलसिले के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली से बाजार में मंगलवार को गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स 377 अंक से अधिक लुढ़क गया। मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने से पहले यह गिरावट आई है। दो दिन की तेजी के बाद तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 377.50 अंक यानी 0.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 69,551.03 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 484.68 अंक तक लुढ़क गया था। पचास शेयरों पर आधारित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 90.70 अंक यानी 0.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 20,906.40 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 21,037.90 अंक तक की रिकॉर्ड ऊंचाई तक चला गया था। विदेशी निवेशकों की लिवाली से दोनों प्रमुख सूचकांक सोमवार को रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए थे।

सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक, मारुति, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, एक्सिस बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो और आईटीसी शामिल हैं। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को लाभ में रहे थे।

जियोजीत फाइनेंशियल के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘हाल की उल्लेखनीय तेजी के बाद निफ्टी 50 में कुछ गिरावट आई। इसका कारण खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से नवंबर महीने में मुद्रास्फीति के ऊंचा रहने का अनुमान है। इससे रिजर्व बैंक नीतिगत दर में कटौती में देरी कर सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके विपरीत, अमेरिकी में मुद्रास्फीति परिदृश्य स्थिर बना हुआ है। इससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति प्रभावित होगी।’’ इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76.33 डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,261.13 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

Similar Post

LIFESTYLE

AUTOMOBILES

Recent Articles

Facebook Like

Subscribe

FLICKER IMAGES

Advertisement