सेंसेटिव दांतों को इग्नोर करना पड़ सकता है महंगा

कभी-कभी कुछ ठंडा या गर्म खाने से दांतों में दर्द या झनझनाहट महसूस होती है. इस समस्या को लंबे समय तक नजरअंदाज करने से आपके दांतों में खोखलापन आने लगता है. इस समस्या को टीथ सेंसटिविटी कहा जाता है. जिससे मसूड़ों में भी दर्द की समस्या हो जाती है. जब दांतो का आंतरिक हिस्सा टूट-फूट कर पतला हो जाता है. तब टीथ सेंसटिविटी की समस्या होती है. जिसके कारण डेन्टाइन खुल जाता है और दांतों के अंदर छोटी-छोटी नसों में दर्द होने लगता है.
मसूड़ों के ढीले पड़ जाने और लगातार दांत के टूट-फूट जाने से डेंटाइन खुलने की समस्या होती है. जिसकी वजह से दांतों में सेंसिटिविटी की समस्या बढ़ जाती है. कैविटी की वजह से दांतों की सड़न नसों में पहुंचने लगे तो यह समस्या बढ़ सकती है. कई बार दांतो के कमजोर होने की वजह से भी डेंटाइन टूटने लगते हैं.
कुछ लोग अपने दांतों में टूथपिक फ्लॉस या फिर गलत तरीके से टूथब्रश का इस्तेमाल करते हैं. जिससे दांत और मसूड़े कमजोर हो जाते हैं और धीरे-धीरे डेंटाइन को नुकसान पहुंचने लगता है. अधिक मात्रा में मीठे का सेवन और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से इनमेल को नुकसान पहुंचता है. दांतों को स्वस्थ रखने के लिए बैलेंस डाइट, कच्ची सब्जियां और फलों का सेवन करें.


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